उन्होंने कहा कि जिस भवन (पुराना भवन) में हम सुबह एकत्र हुए थे, उसे अब संविधान सदन के नाम से जाना जाएगा। इससे पहले पुराने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में एक समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुझाव दिया था कि पुराने संसद भवन का नाम संविधान सदन रखा जाना चाहिए।
हालांकि राज्यसभा में आज सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैं माननीय सदस्यों को इंगित करना चाहता हूं कि सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए तथा लोकसभा अध्यक्ष के साथ हुए मेरे विचार विमर्श के बाद, केंद्रीय कक्ष, अब से संविधान सदन के नाम से जाना जाएगा। (भाषा)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala