ऐसे में जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह का दावा था कि इस समय कश्मीर में आतंकवाद अंतिम पड़ाव में है। आतंकवाद के समूल नाश के लिए सर्दियों के महीनों में भी उन्होंने ऑपरेशन ऑल आउट को जारी रखने का ऐलान किया है। हिज्बुल मुजाहीदीन के चीफ ऑपरेशनल कमांडर के मारे जाने को पुलिस की एक बड़ी उपलब्धि करार देते हुए डीजीपी ने कहा कि कश्मीर में सक्रिय कई आतंकी कमांडरों को मार गिराया गया है।
हुर्रियत प्रमुख का बेटा था जुनैद : इसके बाद सैफुल्लाह को कमान सौंपी गई थी। यह हिजबुल में सबसे लंबे समय से सक्रिय था। रियाज के बाद डिप्टी कमांडर माने जाने वाले जुनैद सेहरई को श्रीनगर में ढेर कर दिया गया। जुनैद हुर्रियत प्रमुख मोहम्मद अशरफ सेहरई का बेटा था, जो कश्मीर विश्वविद्यालय से एमबीए था। हिजबुल मुजाहिदीन का दक्षिणी कश्मीर में खासा प्रभाव है। वह मध्य कश्मीर और उत्तरी कश्मीर में भी अपनी पकड़ बनाने में जुटा हुआ है।