जम्मू। कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों के सफल ऑपरेशनों का एक पहलू यह है कि अब कश्मीर में सक्रिय हर दूसरा आतंकी कमांडर बनने लगा है। दरअसल, सीमा पार जाकर हथियारों की ट्रेनिंग लेने जाना मुश्किल होने तथा अभिभावकों की पुकार पर वापस लौटने वालों का सिलसिला तेज होना भी एक कारण है कि नई भर्ती मुश्किल होती जा रही है।
इतना जरूर था कि इस साल अभी तक जो 160 आतंकी मारे गए हैं उनमें से सबसे ज्यादा मई महीने में मारे गए हैं। मई महीने मरने वाले आतंकियों की संख्या 29 थी। इससे पहले सबसे अधिक आतंकी क्रमशः जून में 78, मार्च में 27 और फरवरी में 20 मारे गए थे।
इतना जरूर था कि इस साल अभी तक कश्मीर में मारे गए आतंकियों की संख्या पिछले साल 12 महीनों में मारे गए 270 आतंकियों से कम है तथा वर्ष 2010 के बाद सबसे अधिक है। कश्मीर में मौतों के सिलसिले में सबसे अधिक चौंकाने वाली बात यह है कि इस साल अभी तक कश्मीर में 278 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि अभी दिसंबर के महीने के 31 दिन बाकी हैं। इस साल मारे गए 278 लोगों में 160 आतंकी, 78 सुरक्षाकर्मी तथा 40 नागरिक भी शामिल हैं।