चिदंबरम ने शनिवार को ट्वीट किया कि बुधवार को समाचार पत्र को आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम का हवाला दिया गया। शुक्रवार को ऑलिव ब्रांचेज एक्ट दिखाया गया। हम इस समझ को सलाम करते हैं। बुधवार को उन्हें चुराए गए दस्तावेज कहा गया। शुक्रवार को फोटोकॉपी किए गए दस्तावेज कहा गया। मुझे लगता है कि इस बीच गुरुवार को चोर ने दस्तावेज वापस कर दिए।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार अटॉनी जनरल ने शीर्ष अदालत के समक्ष कहा था कि मुझे पता चला है कि विपक्ष के लोगों ने आरोप लगाया है कि हमने (उच्चतम न्यायालय में) रक्षा मंत्रालय से दस्तावेज चोरी होने की बात कही है। यह पूरी तरह गलत है। यह बयान कि फाइलें चोरी हुई हैं, पूरी तरह गलत है।
दस्तावेज चोरी होने संबंधी वेणुगोपाल के बयान पर विपक्षी कांग्रेस ने सरकार की कड़ी आलोचना की थी, वहीं उन दस्तावेजों को प्रकाशित करने वालों पर आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की सरकार की धमकी की मीडिया संगठनों तथा विपक्ष ने निंदा की थी। (वार्ता)