जम्मू। तमाम समझौतों के बावजूद पाकिस्तानी सेना अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है। उसने एक बार फिर ड्रोन के माध्यम से जम्मू में हथियारों की डिलीवरी की है। पिछले चार महीनों में ड्रोन से हथियार गिराने की यह 5वीं घटना है। जबकि ऐसे मामलों की संख्या फिलहाल किसी को मालूम नहीं है जिनमें ड्रोन से गिराए गए हथियार आतंकियों तक पहुंच गए।
पुलिस अधिकारियों का दावा है कि समय रहते सुरक्षा एजेंसियों को हथियार गिरने की सूचना मिल गई और ड्रोन से गिराए गए हथियारों को जब्त कर लिया गया। हथियार एक पैकेट में बांधकर ड्रोन से गिराए गए। पैकेट के ऊपर पीले रंग का लिफाफा चढ़ा हुआ था। उस पैकेट के अंदर से एके-56 राइफल, तीन मैगज़ीन और उसके कारतूस मिले हैं। इन हथियारों को किसके लिए गिराया गया था? हथियार लेने कौन आने वाला था? पुलिस इसकी जानकारी जुटा रही है।
शनिवार रात करीब 10.30 बजे मकवाल सेक्टर के गांव अलोरा (गणेश चक्क) में एक मोटरसाइकिल सवार ने सड़क किनारे झाड़ियों में आसमान से हथियार एक पैकेट गिरता हुआ देखा था। चूंकि सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को पहले ही भनक थी कि पाकिस्तान लगातार ड्रोन की मदद से हथियार भेज रहा है।
मोटरसाइकिल सवार ने सौहांजना पुलिस चौकी में जाकर झाड़ियों में हथियार गिरने की सूचना दी। सूचना मिलते ही एसएसपी जम्मू चंदन कोहली, एसपी सिटी साउथ दीपक ढिगरा, एसएचओ सतवारी दीपक जसोरिया और चौकी प्रभारी पीएसआई सुनील कुमार मौके पर पहुंचे।
बम निरोधक दस्ते को भी वहां बुला लिया गया। पैकेट को जब खोल कर देखा तो उसके अंदर एके-56 राइफल और उसके कारतूस थे।
पैकेट बरामद होने के बाद पुलिस ने वहां तलाशी अभियान शुरू कर दिया। इस तलाशी अभियान में सेना और बार्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवानों को भी शामिल किया गया। ड्रोन से एयरबेस पर हमला होने की आशंका हैं।
ज्ञात रहे कि 27 जून कि रात को सतवारी के एयर फोर्स एयर बेस पर ड्रोन से हमला हुआ था। सुरक्षा एजेंसियां यह मान रही है कि तब भी इसी रूट से ड्रोन पाकिस्तान से आया था। हमला कर इसी रूट से लौट गया था। वैसे यह कोई पहली बार नहीं था कि पाकिस्तान ने यूं हथियारों की सफल डिलीवरी की हो बल्कि इससे पहले 3 अगस्त को सांबा में बाबर नाले के पास से दो पिस्तौल पांच मैगजीन और जिंदा कारतूस बरामद हुए थे।
27 जून को भारतीय वायु सेना के जम्मू एयर बेस पर ड्रोन से हमला किया गया था। इसके बाद 23 जुलाई को अखनूर डिवीजन के मुख्यालय से ढेड किलोमीटर दूर कानाचक के गुड़ा पटन में ड्रोन मार गिराया था, जिसमें हथियार थे। और इससे पहले 20 जून को कठुआ बीएसएफ जवानों ने पाकिस्तानी ड्रोन को रथुआ के पास गांव पंजर में गिराया था।