Pakistan planning to increase infiltration on LOC : करीब एक साल की शांति के उपरांत पाक सेना फिर से इंटरनेशनल बार्डर और एलओसी पर हालात बिगाड़ने की खातिर घुसपैठियों को कवर फायर देने के अतिरिक्त स्नाइपर अटैक भी करने लगी है। अब उसने जम्मू सीमा पर भी ऐसी हरकतें आरंभ कर सीमावर्ती किसानों की जान फांस में फंसा दी है।
कल रात को भी उड़ी में पाक सेना ने आतंकियों के एक बड़े दल को इस ओर धकेला तो भारतीय जवानों ने उसमें से दो को मार गिराया। बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद कर लिया गया, पर कई आतंकी वापस भागने में कामयाब हो गए।
पिछले सप्ताह जम्मू सीमा पर भी अरनिया सेक्टर में पाक सेना ने अकारण गोलीबारी कर बीएसएफ के दो जवानों को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। भारतीय पक्ष की जवाबी कार्रवाई के उपरांत सीमा पर मात्र 24 घंटे ही शांति से गुजरे थे कि पाक सेना ने फिर से तस्करों को इस ओर धकेलने की खातिर कवर फायर दे दिया।
नतीजतन दोनों पक्षों में हुई गोलीबारी ने सीमावर्ती किसानों के लिए चिंता पैदा कर दी है। बीस सालों के सीजफायर के बाद से जीरो लाइन तक खेती करने वाले किसान अपनी अध कच्ची-पक्की फसल को समेटने लगे हैं। उन्हें डर है कि पाक सेना फिर से हालात को बिगाड़ने की खातिर कुछ बड़ा कर सकती है।
सेना कहती है कि पाक सेना अपने जहां रूके पड़े आतंकियों को किसी तरह से इस ओर धकेलना चाहती है, इसलिए उसने अब एलओसी और इंटरनेशनल बार्डर पर एकसाथ मोर्चा खोल दिया है। वह भारतीय जवानों की पोजीशनें जांचने तथा उनमें दहशत फैलाने की खातिर फिर से स्नाइपर हमले भी करने लगी है। पाक सेना ने परसों केरन सेक्टर में एक स्नाइपर हमला कर सेना के एक जवान को जख्मी कर दिया।
यह हमला अरनिया में हुई गोलीबारी की घटनाओं के तीन दिन बाद हुआ था। इस पर भी वह नहीं थमी और कल एक बड़े दल को इस ओर धकेलने की कोशिश को कामयाब बनाने की खातिर उसने कवर फायर का सहारा तो लिया पर भारतीय जवानों ने उसके मंसूबों को नाकाम बना दिया, पर सच्चाई यह है कि इंटरनेशनल बार्डर और एलओसी पर पाक सेना की इन हरकतों ने दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।