जुलाई महीने में संघर्षविराम की घटनाएं ज्यादा दर्ज की गई हैं, जिनमें नौ सैनिकों सहित 11 लोग मारे गए हैं जबकि 16 अन्य जख्मी हुए हैं। इसके अलावा, राज्य के सीमाई इलाकों से हजारों लोगों को अपना घरबार छोड़ना पड़ा है।
हालिया समय में सबसे ज्यादा गोलाबारी में इस महीने पाकिस्तान सेना के हमले में राजौरी जिले में ही नियंत्रण रेखा के करीब 110 से ज्यादा मवेशी मारे गए और दो दर्जन घरों से ज्यादा सहित करीब 35 ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए। पाकिस्तान की ओर से लगातार गोलाबारी की वजह से सीमावर्ती इलाकों के 4000 से ज्यादा लोगों को जिले में सुरक्षित स्थानों पर पनाह लेनी पड़ी।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'राज्य में नियंत्रण रेखा के करीब इस महीने सबसे ज्यादा संघर्षविराम का उल्लंघन हुआ। इसका मकसद जम्मू कश्मीर में ज्यादा से ज्यादा आतंकियों की घुसपैठ कराना था।' साथ ही कहा कि भारतीय बलों ने पाकिस्तानी गोलाबारी का करारा जवाब दिया। (भाषा)