नई दिल्ली। पेगासस जासूसी विवाद, तीन कृषि कानूनों सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण मंगलवार को भी राज्यसभा में शून्यकाल नहीं हो पाया और बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। फिर उन्होंने सदन को सूचित किया कि उन्हें समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव और विश्वंभर निषाद, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, शक्ति सिंह गोहिल, के सी वेणुगोपाल, तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु शेखर राय, भाकपा के विनय विस्वम तथा माकपा के इलामारम करीम ने अपने-अपने मुद्दों पर चर्चा के वास्ते नियम 267 के तहत पूर्व निर्धारित कामकाज स्थगित करने के लिए नोटिए दिए हैं।
संसदीय मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि हर दिन सदन की कार्यवाही बाधित करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है लेकिन विधेयक पारित करने को लेकर तृणमूल कांग्रेस के एक सदस्य ने जो कहा है वह सदन का, इस देश के लोगों का अपमान है। उन्हें देश से और सदन से माफी मांगना चाहिए।