नई दिल्ली। इंडिया मोबाइल कांग्रेस यानी IMC में 5जी की धमाकेदार शुरुआत हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली के प्रगति मैदान में 5जी सेवाओं का बटन दबाकर शुभारंभ किया। Jio True 5G तकनीक का जायजा लेने प्रधानमंत्री जियो पैवेलियन पहुंचे। प्रधानमंत्री ने जियो-ग्लास पहनकर वर्चुअल रियलिटी का रियल टाइम एक्सपीरियंस किया। इस दौरान जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी प्रधानमंत्री को जियो-ग्लास के बारे में बताते दिखे। इससे पहले रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने जियो पैवेलियन पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
देशवासियों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने मोदी ने कहा कि टेलीकॉम इंडस्ट्री की ओर से 130 करोड़ भारतीयों को 5जी के तौर पर एक शानदार उपहार मिला है। 5G, देश के द्वार पर नए दौर की दस्तक है। 5G, अवसरों के अनंत-आकाश की शुरुआत है।
प्रधानमंत्री ने विपक्षियों पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के प्रयासों से भारत में डेटा की कीमत बहुत कम बनी हुई है। ये बात अलग है कि हमने इसका हल्ला नहीं मचाया, बड़े-बड़े विज्ञापन नहीं दिए। हमने फोकस किया कि कैसे देश के लोगों की सहूलियत बढ़े, 'इज-ऑफ-लिविंग' बढ़े
उद्घाटन सेशन में मुकेश अंबानी ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही देश, 5जी की सुपरफास्ट इंटरनेट सेवाओं का आनंद ले पाएगा। दिवाली तक चुनिंदा मेट्रो शहरों में और 2023 के अंत तक पूरे देश के हर शहर और हर तालुका में 5जी सर्विस शुरू कर दी जाएगी।
मुकेश अंबानी ने इशारा किया कि दुनिया के मुकाबले भारत में 5जी सेवाएं सस्ती होंगी। उन्होंने कहा कि 5G का रोलआउट भारत के दूरसंचार इतिहास में कोई सामान्य घटना नहीं है। देश ने भले ही थोड़ी देर से शुरुआत की हो, लेकिन हम दुनिया की तुलना में उच्च गुणवत्ता वाली और अधिक किफायती 5G सेवाओं को शुरू करेंगे।
रिलायंस जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हर भारतीय के लिए डिवाइस और सर्विस दोनों को किफायती होना चाहिए। अंबानी ने 5G को डिजिटल कामधेनु बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 5जी के लिए उठाए गए कदमों की सरहाना भी की और कहा कि 5G अगली पीढ़ी की कनेक्टिविटी तकनीक से कहीं बढ़कर है। यह एक मूलभूत तकनीक है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स, ब्लॉकचैन और मेटावर्स जैसी अन्य टेक्नोलॉजी की पूरी क्षमता को पूरी तरह अनलॉक करेगी।