लोंगावाला पोस्ट पर पीएम मोदी ने जवानों के साथ मनाई दिवाली, चीन और पाकिस्तान को दिया सख्त संदेश

शनिवार, 14 नवंबर 2020 (13:04 IST)
लोंगावाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसलमेर की लोंगावाला पोस्ट पर शनिवार को बीएसएफ जवानों के साथ दिवाली मनाई। इस अवसर पर उन्होंने जवानों से कहा कि आप है तो हमारे त्योहार है। उन्होंने चीन और पाकिस्तान को भी सख्त ‍संदेश देते हुए कहा कि हमें आजमाने का अंजाम बुरा होगा।

मोदी ने कहा कि आज भारत की रणनीति साफ है, स्पष्ट है। आज का भारत समझने और समझाने की नीति पर विश्वास करता है लेकिन अगर हमें आज़माने की कोशिश होती है तो, जवाब भी उतना ही प्रचंड मिलता है।

उन्होंने कहा कि आप भले बर्फीली पहाड़ियों पर रहें या फिर रेगिस्तान में, मेरी दीवाली तो आपके बीच आकर ही पूरी होती है। आपके चेहरों की रौनक देखता हूं, आपके चेहरे की खुशिया देखता हूं, तो मुझे भी दोगुनी खुशी होती है।

पीएम मोदी ने कहा कि हिमालय की बुलंदियां हों, रेगिस्तान का विस्तार हो, घने जंगल हों या फिर समंदर की गहराई हो, हर चुनौती पर हमेशा आपकी वीरता भारी पड़ी है। उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत हमारे वीर जवानों को देश की सीमा की सुरक्षा करने से रोक नहीं सकती है।

मोदी ने कहा कि भले ही international cooperation कितना ही आगे क्यों न आ गया हो, समीकरण कितने ही बदल क्यों न गए हों, लेकिन हम कभी नहीं भूल सकते कि सतर्कता ही सुरक्षा की राह है, सजगता ही सुख-चैन का संबल है। सामर्थ्य ही विजय का विश्वास है, सक्षमता से ही शांति का पुरस्कार है।

India is proud of our forces, who protect our nation courageously. https://t.co/3VyP0WusDf

— Narendra Modi (@narendramodi) November 14, 2020
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया ये जान रही है, समझ रही है कि ये देश अपने हितों से किसी भी कीमत पर रत्ती भर भी समझौता करने वाला नहीं है। भारत का ये रुतबा, ये कद आपकी शक्ति और आपके पराक्रम के ही कारण है। आपने देश को सुरक्षित किया हुआ है इसीलिए आज भारत वैश्विक मंचों पर प्रखरता से अपनी बात रखता है।

उन्होंने कह कि आज पूरा विश्व विस्तारवादी ताकतों से परेशान हैं। विस्तारवाद, एक तरह से मानसिक विकृति है और अठ्ठारहवीं शताब्दी की सोच को दर्शाती है। इस सोच के खिलाफ भी भारत प्रखर आवाज बन रहा है

हाल ही में हमारी सेनाओं ने निर्णय लिया है कि वो 100 से ज्यादा हथियारों और साजो-सामान को विदेश से नहीं मंगवाएगी। मैं सेनाओं को इस फैसले के लिए बधाई देता हूं। सेना के इस फैसले से देशवासियों को भी लोकल के लिए वोकल होने की प्रेरणा मिली है।

उन्होंने देश के नौजवानों से देश की सेनाओं के लिए निर्माण करने का आह्वान किया और कहा कि हाल के दिनों में अनेक स्टार्ट्स-अप्स सेनाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए आगे आए हैं। डिफेंस सेक्टर में नौजवानों के नए स्टार्ट-अप्स देश को आत्मनिर्भरता के मामले में और तेजी से आगे ले जाएंगे।

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