पीएम मोदी कज़ान में आयोजित होने वाले 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के अलावा कई अहम द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे। कई देशों को उम्मीद है कि पुतिन से नजदीकी के कारण भारत यूक्रेन युद्ध में मध्यस्थता कर सकता है। पीएम मोदी ने हाल ही यूक्रेन दौरे कर शांति का संदेश दिया था। ऐसे में भारतीय प्रधानमंत्री का यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यात्रा पर रवाना होने से पहले कहा कि भारत ब्रिक्स के भीतर करीबी सहयोग को महत्व देता है जो वैश्विक विकासात्मक एजेंडा, बहुपक्षवाद, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सहयोग, लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं का निर्माण, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों को जोड़ने आदि से जुड़े मुद्दों पर बातचीत और चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है।
चीन ने पिछले शुक्रवार को घोषणा की थी कि शी रूस में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जहां वह ग्लोबल साउथ के लिए एकजुटता हासिल करने के वास्ते एक नये युग की शुरुआत को लेकर अन्य पक्षों के साथ मिलकर काम करेंगे। आमतौर पर आर्थिक रूप से कम विकसित देशों या विकासशील देशों को ग्लोबल साउथ कहा जाता है।
ब्रिक्स में कौन कौन से देश शामिल : ब्रिक्स में मूल रूप से ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल थे। मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को नये सदस्यों के रूप में शामिल किया गया है।