वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह अध्यक्ष बिल गेट्स ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि वैश्विक प्रयासों में योगदान करने की भारत की इच्छा और क्षमता को देखते हुए यह महत्वपूर्ण है कि महामारी को लेकर प्रतिक्रिया के समन्वय के लिए वैश्विक चर्चा में नई दिल्ली को शामिल किया जाए। मोदी ने स्वास्थ्य संकट के खिलाफ लड़ाई में भारत द्वारा अपनाए गए सचेत दृष्टिकोण को भी रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया कि बिल गेट्स के साथ विस्तार से बातचीत की। हमने कोरोना वायरस से लड़ने में भारत के प्रयास से लेकर कोविड-19 से निपटने में गेट्स फाउंडेशन के काम, प्रौद्योगिकी, नवाचार की भूमिका और बीमारी के इलाज के लिए टीके के उत्पादन तक के मुद्दों पर चर्चा की।
सरकारी बयान में कहा गया कि भारत का दृष्टिकोण उचित संदेश के माध्यम से लोगों को शामिल करने पर आधारित है। मोदी ने बताया कि कैसे जन केंद्रित दृष्टिकोण ने भौतिक दूरी को स्वीकार करने, अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे कर्मियों के लिए सम्मान, मास्क लगाना, उचित स्वच्छता रखना और लॉकडाउन के प्रावधानों का आदर कराने में मदद की।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि सरकार की पिछली विकास संबंधी कुछ पहल जैसे कि वित्तीय समावेशन का विस्तार, स्वास्थ्य सेवाओं की अंतिम पायदान तक आपूर्ति को मजबूत करना, स्वच्छता को लोकप्रिय बनाना, लोगों की प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए भारत के आयुर्वेदिक ज्ञान के इस्तेमाल ने महामारी के खिलाफ भारत की प्रतिक्रिया की प्रभावशीलता को बढ़ाने में मदद की।