मोदी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद यहां राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बाढ़ से हुए नुकसान, राहत एवं पुनर्वास कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। इसके बाद प्रधानमंत्री ने राज्य को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया तथा 500 करोड़ रुपए की सहायता तत्काल उपलब्ध कराने की घोषणा की।
मोदी ने नुकसान के आकलन के लिए तुरंत ही एक केंद्रीय दल भेजने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि किसानों के फसल बीमा से जुड़े दावों का शीघ्र आकलन करने के लिए बीमा कम्पनियां अपने पर्यवेक्षक तत्काल प्रभावित क्षेत्रों में भेजें, जिससे किसानों को तुरंत राहत पहुंचाई जा सके।
बाढ़ से प्रभावित सड़कों की मरम्मत के लिए सड़क एवं परिवहन मंत्रालय को उपयुक्त कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया गया है। प्रभावित क्षेत्रों में बिजली ढांचे को शीघ्र ठीक करने के लिए भी केन्द्र, राज्य सरकार की हर संभव मदद करेगा।
नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की हाल की भारत यात्रा के दौरान उनके साथ मोदी की इस बात पर सहमति बनी है कि सप्तकोसी बांध परियोजना और सुनकोसी भंडारण और डाइवर्जन योजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट शीघ्र तैयार की जाएगी। दोनों देश सीमावर्ती इलाकों में जलभराव और बाढ़ नियंत्रण पर भी आपस में समन्वय और मजबूत करेंगे। इससे पूरे क्षेत्र में बाढ़ की समस्या से काफी राहत मिलेगी। (वार्ता)