मोदी ने वर्चुअल संबोधन में कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय शीतकालीन खेलों में भारत की उपस्थिति दर्ज कराने और जम्मू कश्मीर को शीत खेलों का गढ बनाने की दिशा में एक कदम है। उन्होंने कहा कि आज खेल एक ऐसा क्षेत्र बन गया है जो पूरी दुनिया में देश की छवि का भी, देश की शक्ति का भी परिचय कराता है। दुनिया के कई छोटे-छोटे देश खेल के कारण अपनी पहचान बनाते हैं।
उन्होंने कहा कि ये खेल एक भारत, श्रेष्ठ भारत के संकल्प को मजबूत करेंगे। मुझे बताया गया है कि इस बार प्रतियोगियों की संख्या दुगुनी हो गई है। यह शीतकालीन खेलों के प्रति लोगों के बढते रूझान का संकेत है। इन खेलों में अल्पाइन स्कीइंग, नोर्डिक स्की, स्नोबोर्डिंग, स्की पर्वतारोहण, आइस हॉकी और आइस स्केटिंग शामिल है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्पोर्ट सिर्फ एक हॉबी या टाइमपास नहीं है। स्पोर्ट से हम टीम स्पिरिट सीखते हैं, हार में नई राह खोजते हैं, जीत को दोहराना सीखते हैं, संकल्पित होते हैं।