नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि न्यू इंडिया एक अभियान नहीं, बल्कि देश को बदलने का सपना है, जो देश की सवा सौ करोड़ आबादी के संकल्प है और कर्तव्यपरायणता से ही पूरा हो पाएगा।
मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' के 30वें संस्करण में विभिन्न विषयों और मुद्दों पर देशवासियों से अपने विचार साझा करते हुए लोगों को देश के लिए प्राणों की आहूति देने वाले शहीदों और महात्मा गांधी के संघर्ष और सृजन से प्रेरणा लेते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान करने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नए भारत के निर्माण के लिए 'न्यू इंडिया कार्यक्रम' कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं है, यह देश को स्वराज से सुराज तक ले जाने का एक बड़ा अभियान है। यह देश को बदलने का एक ऐसा सपना है जिसे सवा सौ करोड़वासियों के संकल्प से ही पूरा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि देश को बदलने के लिए हर किसी को मिलकर काम करना होगा। स्वराज से सुराज तक का लक्ष्य सबकी एकजुटता और संकल्प से ही पूरा हो पाएगा।
मोदी ने इसके लिए लोगों से खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने, पेट्रोल और डीजल को 1 दिन छोड़ने, खाने की बर्बादी रोकने, स्वच्छता को आंदोलन नहीं, बल्कि आदत बनाने, भ्रष्टाचार रोकने के लिए डिजिटल लेने-देन को अपनाने का आह्वान किया और कहा कि कोई भी विकास तभी सार्थक होगा, जब उसके लिए किए जा रहे कार्यों में संतुलन हो। (वार्ता)