प्रधानमंत्री ने रचनात्मक जिम्मेदारी पर जोर देते हुए कहा कि लोगों के जीवन में प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और मानवीय संवेदनाओं को बनाए रखने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे। मनुष्य को रोबोट में नहीं बदलने देना है। हमें उन्हें और अधिक संवेदनशील बनाना है। हमें युवा पीढ़ी को कुछ मानवता विरोधी विचारों से बचाना होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्क्रीन का आकार भले ही छोटा हो रहा हो, लेकिन संदेश बड़ा रूप ले रहा है। उन्होंने कहा कि वेव्स केवल शब्द-संक्षेप नहीं है; यह संस्कृति, रचनात्मकता, फिल्म संगीत, गेमिंग, कहानी कहने की शैली की एक लहर है। वेव्स सम्मेलन पहले ही क्षण से दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रहा है।
मोदी के मुताबिक, भारत के पास देने के लिए बहुत कुछ है; एक अरब से अधिक आबादी वाला देश होने के अलावा यह एक अरब से अधिक कहानियों का देश भी है। उन्होंने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य दुनियाभर के रचनाकारों, स्टार्टअप, उद्योग जगत के लोगों और नीति निर्माताओं को साथ लाकर भारत को मीडिया, मनोरंजन और डिजिटल नवाचार का वैश्विक केंद्र बनाना है।