उन्होंने कहा कि 41 ऑर्डिनेन्स फैक्ट्रीज़ को नए स्वरूप में किए जाने का निर्णय, 7 नई कंपनियों की ये शुरुआत, देश की इसी संकल्प यात्रा का हिस्सा हैं। ये निर्णय पिछले 15-20 साल से लटका हुआ था। मुझे पूरा भरोसा है कि ये सभी सात कंपनियाँ आने वाले समय में भारत की सैन्य ताकत का एक बड़ा आधार बनेंगी।
OFB की कुल 41 फैक्ट्रियां और 70 हजार कर्मचारी हैं, जो अब एक बोर्ड की बजाए सात कंपनियों यानि डिफेंस-पीएसयू (पब्लिक सेक्टर यूनिट) से जुड़े होंगे। इन कंपनियों को तीनों सेनाओं और अर्धसैनिक बलों से 65,000 करोड़ रुपए के ऑर्डर मिले हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत देश का लक्ष्य भारत को अपने दम पर दुनिया की बड़ी सैन्य ताकत बनाने का है, भारत में आधुनिक सैन्य इंडस्ट्री के विकास का है। पिछले सात वर्षों में देश ने मेक इन इंडिया के मंत्र के साथ अपने इस संकल्प को आगे बढ़ाने का काम किया।