नई दिल्ली। माल एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू होने के 1 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि नए कर कानून से विकास, सरलता और पारदर्शिता आई है।
मोदी ने ट्वीट किया है कि जीएसटी विकास, सरलता और पारदर्शिता लेकर आया है। यह संगठित कारोबार और उत्पादकता को बढ़ावा देता है, कारोबार सुगमता को और गति देता है, इससे लघु और मझौले उद्योगों को लाभ हो रहा है।
अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में 24 जून को प्रधानमंत्री ने माल एवं सेवाकर (जीएसटी) को सहकारी संघवाद का बेहतरीन उदाहरण करार देते हुए कहा था कि नई व्यवस्था ईमानदारी का उत्सव है जिसने देश में इंस्पेक्टर राज खत्म कर दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा था कि यदि 'एक देश एक कर सुधार' के लिए मुझे सबसे ज्यादा किसी को श्रेय देना है तो मैं राज्यों को श्रेय देता हूं तथा जीएसटी सहकारी संघवाद का एक बेहतरीन उदाहरण है, जहां सभी राज्यों ने मिलकर देशहित में फैसला लिया और तब जाकर देश में इतना बड़ा कर सुधार लागू हो सका।
मोदी ने 3 अलग-अलग ट्वीट्स में डॉक्टर्स डे और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स डे का भी जिक्र करते लिखा है कि उनका पेशा मानवों में सबसे सभ्य और पावन है। यह देखना बहुत ही सुखद है कि भारतीय डॉक्टर खुद को दुनियाभर में बेहतर साबित कर रहे हैं और अनुसंधान तथा नवोन्मेष के क्षेत्र में लीक से हटकर काम कर रहे हैं।
चार्टर्ड अकाउंटेंट्स (सीए) के लिए मोदी ने लिखा है कि देश के निर्माण में सीए समुदाय की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। आशा करते हैं कि सीए समुदाय देश के विकास में अपना योगदान जारी रखेगा। (भाषा)