मोदी ने अपनी ढाई घंटे लंबी प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में कहा कि मैं क्षेत्र के विकास के लिए आपकी प्रतिबद्धता और दूरदृष्टि का कायल हूं। मोदी ने कहा कि पूर्वी आर्थिक फोरम के लिए आपका निमंत्रण मेरे लिए सम्मान की बात है। यह दोनों देशों के बीच सहयोग के लिए एक नया आयाम देने का एक ऐतिहासिक अवसर है। मैं पांच सितंबर (गुरुवार) को इस मंच की बैठक में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं।
बड़ा सम्मान : प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से ट्वीट किया गया कि भारत और रूस के दोस्ताना रिश्तों ने नए अध्याय की पटकथा लिखी है। पुतिन ने प्रतिनिधि स्तर की बातचीत समाप्त होने के बाद कहा कि यह उनके देश के लिए प्रतिष्ठित सर्वोच्च रूसी नागरिक पुरस्कार ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द अपॉस्टल’ प्रदान करना एक बड़ा ‘सम्मान’ था।
पूर्वी आर्थिक फोरम में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे, मंगोलिया के राष्ट्रपति खाल्तमा बत्तूलगा और मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहमम्द भी उपस्थिति रहेंगे। तीन दिवसीय कार्यक्रम में चीन, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और इंडोनेशिया समेत अन्य देशों के मंत्रिमंडल के सदस्य भी भाग लेंगे। मोदी को फोरम के लिए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।