भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में श्री महाकाल लोक (गलियारे) के पहले चरण को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। पहले चरण में महाकाल लोक को 316 करोड़ रुपए में विकसित किया गया है। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक यहां महाकालेश्वर मंदिर में स्थापित है और यहां देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
महाकाल मंदिर के नवनिर्मित गलियारे में 108 स्तंभ बनाए गए हैं, 910 मीटर का ये पूरा महाकाल मंदिर इन स्तंभों पर टिका होगा। महाकवि कालिदास के महाकाव्य मेघदूत में महाकाल वन की परिकल्पना को जिस सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया है, सैकड़ों वर्षों के बाद उसे साकार रूप दे दिया गया है।
श्री महाकाल लोक का भव्य स्वरूप-महाकवि कालिदास के महाकाव्य मेघदूत में महाकाल वन की परिकल्पना को जिस सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया था, सैकड़ों वर्षों के बाद उसे साकार रूप दे दिया गया है। महाकाल मंदिर के नवनिर्मित कॉरिडोर को 108 स्तंभ पर बनाया गया है और 910 मीटर का ये पूरा महाकाल मंदिर इन स्तंभों पर टिका होगा। भारत माता मंदिर के पिछले हिस्से तक 25 फीट ऊंची और 500 मीटर लंबी लाल पत्थर की दीवार बनाई गई है जिस पर शिव महापुराण में उल्लेखित घटनाओं के चलचित्र बनाए गए हैं। कुछ चित्रों का संदर्भ नीचे संस्कृत में लिखा गया है। इसके अलावा दीवार के सामने लाल पत्थर से ही बने 108 आकर्षक स्थल स्थापित किए गए हैं। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक महाकाल प्रोजेक्ट पूरा होने पर हर घंटे करीब एक लाख श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। एक लाख लोगों की भीड़ होने पर श्रद्धालुओं को करीब 60 मिनट में दर्शन हो जाएंगे।