हालांकि राकांपा, कांग्रेस, शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के स्थानीय नेताओं ने भाजपा पर इस कार्यक्रम का अपहरण कर लेने का आरोप लगाया और प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने को लेकर केंद्र की आलोचना की। इन दलों ने कहा कि वे इस कार्यक्रम का बहिष्कार करेगे।