PM मोदी ने श्लोक से किया राफेल का स्वागत, ट्‍वीट में कहा- नभ: स्पृशं दीप्तम... स्वागतम्

बुधवार, 29 जुलाई 2020 (16:53 IST)
नई दिल्ली। अत्याधुनिक 5 राफेल लड़ाकू विमानों का बेड़ा फ्रांस से आज देश के सामरिक रूप से महत्वपूर्ण अंबाला एयर बेस पर पहुंच गया। इन विमानों के वायुसेना में शामिल होने के बाद देश को आस-पड़ोस के प्रतिद्वंद्वियों की हवाई युद्धक क्षमता पर बढ़त हासिल हो जाएगी।
 
 राफेल के स्वागत को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्‍वीट किया। ट्‍वीट में उन्होंने संस्कृत का श्लोक लिखा। राफेल के भारत पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संस्कृत में ट्वीट कर कहा- ''राष्ट्ररक्षासमं पुण्यं, राष्ट्ररक्षासमं व्रतम्, राष्ट्ररक्षासमं यज्ञो, दृष्टो नैव च नैव च.. नभः स्पृशं दीप्तम्...स्वागतम्!'' इसका अर्थ है- ‘राष्ट्र रक्षा के समान कोई पुण्य नहीं है, राष्ट्र रक्षा के समान कोई व्रत नहीं है, राष्ट्र रक्षा के समान कोई यज्ञ नहीं है, नहीं हैं, नहीं है।’ भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य ‘नभः स्पृशं दीप्तम्’, जो भागवत गीता से लिया गया। 
राफेल विमानों के भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद दो सुखोई 30एमकेआई विमानों ने उनकी आगवानी की और उनके साथ उड़ते हुए अंबाला तक आए।
 
सिंह ने ट्वीट किया है कि राफेल लड़ाकू विमानों का भारत पहुंचना हमारे सैन्य इतिहास के नए अध्याय की शुरुआत है। ये बहुद्देशीय विमान भारतीय वायुसेना की क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि करेंगे।
 
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया है- ‘बर्ड्स सुरक्षित उतर गए हैं। वायुसेना में लड़ाकू विमानों को ‘बर्ड’ (चिड़िया) कहा जाता है। मोदी सरकार ने 23 सितंबर, 2016 को फ्रांस की एरोस्पेस कंपनी दसाल्ट एविएशन के साथ 36 लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपए का सौदा किया था।

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