तकनीकी गड़बड़ी के बाद नौवहन उपग्रह का प्रक्षेपण विफल

गुरुवार, 31 अगस्त 2017 (22:34 IST)
श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश)। ध्रुवीय रॉकेट से प्रक्षेपित भारत का नवीनतम नौवहन उपग्रह तकनीकी गड़बड़ी की वजह से अपनी कक्षा में स्थापित होने से ठीक पहले विफल हो गया। ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) रॉकेट को लेकर इसरो को लगा यह दुर्लभ झटका सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से शाम 7 बजे पीएसएलवी सी-39 के बिल्कुल सही तरीके से उड़ान शुरू करने के थोड़ी देर बाद आया।
 
एक संक्षिप्त घोषणा में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख ए एस किरन कुमार ने कहा कि मिशन असफल था क्योंकि उपग्रह से हीटशील्ड अलग नहीं हो सकी। कुमार ने मिशन कंट्रोल सेंटर में घोषणा की, ‘‘सी-39 प्रक्षेपण यान में समस्या थी, हीटशील्ड अलग नहीं हुआ। इसकी वजह से उपग्रह हीटशील्ड के अंदर था और हमें इसका विश्लेषण करना होगा कि क्या हुआ था। उन्होंने कहा कि हीटशील्ड से अलगाव की विफलता के अलावा बाकी गतिविधिया सुचारू रूप से हुईं। इसकी विस्तृत समीक्षा किया जायेगा।
 
भारत के आठवें नौवहन उपग्रह- आईआरएनएसएस-1एच- का सफल प्रक्षेपण अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत के लिये एक नये युग का सूत्रपात कर सकता था क्योंकि पहली बार उपग्रह के संयोजन और प्रक्षेपण में सक्रिय रूप से निजी क्षेत्र को लगाया गया था। इससे पहले निजी क्षेत्र की भूमिका उपकरणों की आपूर्ति तक सिमित थी। (भाषा)

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