ज्ञातव्य है कि मोदी के धुर विरोधी हार्दिक पटेल ने अपने आरक्षण आंदोलन के दौरान बार-बार केशुभाई से मुलाकात की थी और उन्हें अपना मार्गदर्शक बताया था। पटेल ने भी पूर्व में भाजपा से अलग होकर अपनी एक पार्टी गुजरात परिवर्तन पार्टी बनाई थी, जिसका हालांकि फिर से भाजपा में विलय हो गया।