प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, विद्यावाचस्पति बन्नंजय गोविंदाचार्य जी को साहित्य में उनके महान योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा। संस्कृत और कन्नड़ भाषा के प्रति उनका गहरा लगाव सराहनीय था।प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, उनकी रचनाएं आने वाली पीढ़ियों को प्रभावित करती रहेंगी। उनके निधन से दुखी हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। ओम शांति।'मधवा' विचारधारा के प्रचारक गोविंदाचार्य को वर्ष 2009 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। वह वेद भाष्य, उपनिषद भाष्य, महाभारत, रामायण और पुराणों के ज्ञाता थे।(भाषा)