वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को आरंभ हुए इस तीन दिवसीय सम्मेलन में जवान और जेसीओ मानव संसाधन से जुड़े विषयों पर विशिष्ट सत्रों में भाग लेंगे। इस सम्मेलन में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल विपिन रावत, थलसेना अध्यक्ष एमएम नरवणे, वायुसेना प्रमुख आरके एस भदौरिया, नौ सेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और रक्षा मंत्रालय तथा सशस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारी भी शिरकत करेंगे।
शीर्ष सैन्य अधिकारियों का यह सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सेनाओं के पीछे हटने को लेकर लगातार बातचीत जारी हैं। गत वर्ष पांच मई को भारत और चीनी सेनाओं के बीच सीमा को लेकर गतिरोध आरंभ हुआ था। इसी साल 11 फरवरी को राजनाथ सिंह ने संसद में घोषणा की थी कि भारत और चीन सेनाओं को चरणबद्ध तरीके से पीछे हटाने पर सहमत हो गए हैं।
मोदी ने 2014 में संयुक्त कमांडरों के सम्मेलन को साउथ ब्लॉक में संबोधित किया था। इसके बाद उन्होंने INS विक्रमादित्य, भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून और जोधपुर एयरबेस पर सम्मलेन को आयोजित करवाया। इस बार यह गुजरात के केवड़िया शहर में सरदार वल्लभभाई पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के सामने आयोजित किया जा रहा है, जहां सम्मेलन के दौरान सेना के शीर्ष अधिकारी तंबू में रहेंगे।