मोदी ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में सफलता पाने के वाले आशाराम युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने कहा कि अनेक छात्र विपरीत परिस्थितियों में अपनी मेहनत और लगन से कुछ ऐसा कर दिखाया है, जो हमें प्रेरणा देता है।
कौन हैं आशाराम : देवास के अत्यंत गरीब परिवार का बेटा आशाराम एम्स की प्रवेश परीक्षा में सफल होने के बाद सुर्खियों में आया। आशाराम के माता-पिता पन्नी बीनकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। आशाराम ने ऑल इंडिया एम्स की परीक्षा में 707वीं और ओबीसी में 141 वीं रैंक हासिल की है। आशाराम ने नवोदय से पढ़ाई की है, जहां से उन्होंने 10वीं में पुणे के दक्षिणा फाउंडेशन की प्रवेश परीक्षा दी थी और जिसमें पास होने के बाद उसने वहीं रहते हुए मेडिकल की पढ़ाई की और यह सफलता हासिल की है।