गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस घेब्रेएसस को एक भारतीय नाम तुलसी भाई दिया। महानिदेशक के अनुरोध पर उन्हें यह भारतीय नाम दिया गया।
गांधीनगर में आयोजित तीन दिवसीय वैश्विक आयुष निवेश एवं नवोन्मेष शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तुलसी (पवित्र तुलसी' या ओसीमम टेनुइफ्लोरम) का पौधा भारतीय आध्यात्मिक विरासत का एकीकृत हिस्सा रहा है।
इस दौरान डॉ. टेड्रोस ने गुजराती में भाषण की शुरूआत करने का प्रयास किया। मोदी ने कहा कि डॉ. टेड्रोस गुजराती नाम चाहते हैं। मोदी ने कहा, जब वे आज सुबह मुझसे मिले तो उन्होंने मुझसे कहा कि अब वह पक्का गुजराती बन गए हैं।
उन्होंने मुझसे कोई गुजराती नाम देने के लिए कहा। उन्होंने मुझे मंच पर भी याद दिलाया कि क्या मैंने उनके लिए नाम पर कोई फैसला किया है। महात्मा गांधी की पवित्र धरती पर एक गुजराती के रूप में मैं अपने बेहतरीन दोस्त को तुलसी भाई कहकर पुकारना चाहूंगा।
मोदी ने कहा कि तुलसी का पौधा पारंपरिक रूप से हर भारतीय के घर में लगाया जाता है और पीढ़ी दर पीढ़ी इसकी पूजा होती आई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दिवाली के बाद तुलसी विवाह का भी उत्सव मनाया जाता है।
उपनाम भाई पर मोदी ने कहा कि यह एक गुजराती के लिए बहुत जरूरी है। डॉ. टेड्रोस के गुजरात के प्रति लगाव, गुजराती बोलने के प्रयास और भारतीय शिक्षकों प्रति उनके आदर को लेकर मोदी ने प्रसन्नता जताई।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डॉ. टेड्रोस उनके बहुत अच्छे दोस्त हैं। उन्होंने कहा कि जब भी हम दोनों मिलते हैं, तो टेड्रोस एक बात हमेशा कहते हैं कि, मोदी जी, आज मैं जो कुछ भी हूं, वह भारतीय शिक्षकों की बदौलत हूं जिन्होंने मुझे बचपन से पढ़ाया है। भारतीय शिक्षकों ने मेरे जीवन में बड़ी भूमिका निभाई है। मुझे भारत से जुड़ा होने पर गर्व है।(भाषा)