उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भारी मतदान देश की संसदीय परंपराओं में लोगों के भरोसे को दर्शाता है। पिछले संसदीय चुनाव में 91 करोड़ पात्र मतदाताओं में से 67 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा कि देश की चुनावी प्रक्रिया का आधुनिकीकरण किया गया है और अब पिछले 25 वर्ष से ईवीएम का इस्तेमाल किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ईवीएम से चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता आई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब चुनाव परिणाम मतगणना शुरू होने के कुछ घंटों के भीतर ही पता चल जाते हैं। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। कुछ दलों ने मतपत्र प्रणाली का फिर से इस्तेमाल किए जाने की मांग की है।
मोदी ने याद किया कि पिछले लोकसभा चुनाव में लोगों ने उनकी भारतीय जनता पार्टी को लगातार दूसरी बार विजयी बनाया था। उन्होंने कहा कि यह दुनिया की सबसे बड़ी चुनावी कवायद थी, जिसमें पंजीकृत मतदाताओं की कुल संख्या पूरे यूरोप की आबादी से अधिक थी। उन्होंने प्रतिनिधियों को बताया कि 2019 के चुनाव में महिलाओं की रिकॉर्ड भागीदारी देखी गई।