खड़गे ने यहां संसद भवन परिसर में कहा कि जेटली ने आम बजट पर हुई चर्चा के लोकसभा में दिए जवाब में यह कहकर सदन को गुमराह किया है कि पूर्व रक्षा मंत्रियों प्रणव मुखर्जी और एंटनी ने रक्षा सौदों के बारे में संसद में जानकारी देने से मना कर दिया था। कांग्रेस नेता ने कहा कि एंटनी ने चार मार्च 2013 को मिराज सौदे की पूरी जानकरी संसद को दी थी।
उन्होंने कहा कि जहां तक राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल है तो कांग्रेस राफेल लड़ाकू विमान की मारक क्षमता या उसकी बनावट आदि की जानकारी नहीं मांग रही हैं बल्कि सरकार से सिर्फ यह पूछ रही है कि जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के कार्यकाल में राफेल लड़ाकू विमान का सौदा 526 करोड़ में ही हुआ था तो मोदी सरकार ने उससे दोगुनी से भी ज्यादा कीमत पर यह सौदा क्यों किया? आखिर सरकार इनके दाम बताने में क्यों घबरा रही है?