आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इससे पहले, सुखोई एसयू-30 का एक मॉडल उसी स्थान पर स्थापित किया गया था, लेकिन कुछ सप्ताह पूर्व इसे राफेल युद्धक विमान से बदल दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 अप्रैल, 2015 को पेरिस में तत्कालीन फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के साथ वार्ता के बाद 36 राफेल विमानों के एक खेप की खरीद की घोषणा की थी। कुल 56,000 करोड़ रुपए के अंतिम सौदे पर 23 सितंबर 2016 को मुहर लगा दी गई। केंद्र सरकार कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के आरोपों को पहले ही खारिज कर चुकी है।