Delhi News : केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी को कांग्रेस का साथ मिल गया है। इसके साथ ही 2024 में पीएम मोदी के खिलाफ संयुक्त मोर्चे की कवायद में लगे विपक्ष को अब आप का साथ भी मिलता नजर आ रहा है।
आप सांसद राघव चड्ढा ने भी ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस ने दिल्ली अध्यादेश का स्पष्ट विरोध करने की घोषणा की है। यह एक सकारात्मक विकास है। ट्वीट के साथ ही उन्होंने वेणुगोपाल एक वीडियो भी शेयर किया है।
हालांकि, आम आदमी पार्टी ने आज शाम चार बजे राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक बुलाई है। पंजाब के सीएम भगवंत मान भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएसी बैठक में शामिल होंगे। इस बैठक में औपचारिक रूप से विपक्ष की बैठक में शामिल होने पर फैसला लिया जाएगा।
आप क्यों कर रही है अध्यादेश का विरोध : सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली की चुनी हुई के अधिकारों की बात कही थी, लेकिन केन्द्र सरकार के एक अध्यादेश के बाद केजरीवाल को सीधे ट्रांसफर और पोस्टिंग का अधिकार नहीं रह जाएगा।
मोदी सरकार ने अध्यादेश जारी किया है। इसमें राष्ट्रीय राजधानी सिविल सेवा प्राधिकरण (NCCSA) गठित करने की बात कही गई है। ट्रांसफर, पोस्टिंग और विजिलेंस का काम यही प्राधिकरण देखेगा। इस अध्यादेश के मुताबिक दिल्ली के प्रधान गृह सचिव इसके सदस्य होंगे, जबकि मुख्यमंत्री पदेन अध्यक्ष होंगे।
अध्यादेश के मुताबिक यही प्राधिकरण ट्रांसफर और पोस्टिंग के बारे में फैसला लेगा। हालांकि इस संबंध में आखिरी फैसला एलजी यानी उपराज्यपाल का ही होगा।