Rahul Gandhi on Vote Chori : लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को दावा किया कि भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार उन लोगों को बचा रहे हैं जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र को नष्ट कर दिया है। वे वोट चोरों के रक्षक हैं। हालांकि उन्होंने साफ कहा कि यह हाइड्रोजन बम नहीं है।
राहुल गांधी ने कहा कि पहले हमने दिखाया था कि कैसे वोट बढ़ाए गए और अब हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे वोट काटे जाते हैं। हम सबूत के साथ बता रहे हैं कि जो वोट डिलीट किए गए- वो सॉफ्टवेयर, कॉल सेंटर के इस्तेमाल से किए गए। हमारे पास पूरे सबूत हैं कि देश के CEC ज्ञानेश कुमार 'वोट चोरों' की रक्षा कर रहे हैं। हर चुनाव में हमें रिपोर्ट आती थी कि विपक्ष के वोट डिलीट किए जा रहे हैं। इनमें OBC, दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक वर्ग से जुड़े वोटर शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि मैं अपने संविधान की रक्षा करूंगा। मुझे अपने देश के संविधान से प्यार हैं। मैं जो भी कह रहा हूं, मेरे पास इसके सबूत हैं। प्रोसेस को हाइजैक पर वोट डिलिट किए गए। जो भी ये काम कर रहा है चुनाव आयोग उसे बचा रहा है।
रायबरेली से कांग्रेस सांसद ने दावा किया कि यह केवल कर्नाटक और महाराष्ट्र तक सिमित नहीं है। यूपी, बिहार और हरियाणा में भी यहीं हो रहा है। कांग्रेस के वोटर्स के नाम हटाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह हाइड्रोजन बम नहीं है, हाइड्रोजन बम आने वाला है। यह इस देश के युवाओं को यह दिखाने और समझाने में एक और मील का पत्थर है कि चुनावों में किस तरह धांधली की जा रही है।
अलंद में मतदाताओं के नाम पर 6018 आवेदन दाखिल किए गए। जिन लोगों ने ये आवेदन दाखिल किए, उन्होंने वास्तव में इन्हें कभी दाखिल ही नहीं किया। सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके ये आवेदन स्वचालित रूप से दाखिल किए गए। कर्नाटक के बाहर, विभिन्न राज्यों के मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल अलंद में मतदाताओं को हटाने के लिए किया गया और यह कांग्रेस के मतदाताओं को निशाना बनाकर किया गया।