गांधी ने ट्वीट किया, ‘आतंकी डीएसपी देविंदर को खामोश करने का सबसे अच्छा तरीका है कि मामले को एनआईए के हवाले कर दिया जाए।’ उन्होंने दावा किया कि एनआईए का नेतृत्व एक और मोदी-वाईके कर रहे हैं, जिन्होंने गुजरात दंगों और हरेन पंड्या की हत्या की जांच की थी। वाईके की देखरेख में यह मामला खत्म होने की तरह है।
कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि कौन आतंकी दविंदर को खामोश करना चाहता है और क्यों चाहता है? राहुल गांधी ने गुरुवार को सवाल किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल खामोश क्यों हैं?