गांधी ने ट्वीट किया, चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया है। भारत सरकार की इस जमीन को वापस लाने की क्या योजना है या फिर इसे भी एक ‘दैवीय घटना’ बताकर नजरंअंदाज किया जा रहा है।कांग्रेस ने भी अपने आधिकारिक टि्वटर हैंडल पर चीनी सैनिकों की मौजूदगी को लेकर सरकार पर हमला किया और कहा, चीन लगातार सीमा पर तनाव बढ़ा रहा है।
चीन ने 50 हजार सैनिक, 150 विमान, टैंक और मिसाइल तैनात किए हैं। चीन की धमकी पर भारतीय जनता पार्टी का मौन संदिग्ध है और देश पूछ रहा है कि भाजपा की लाल आंख कहां है।पार्टी ने एक और ट्वीट में कहा, सीमा पर तनाव के बीच पूर्व स्थिति की बहाली के बिना चीन के साथ भाजपा सरकार की वार्ता का कोई औचित्य नहीं है।
भारत-चीन वार्ता में यथास्थिति बहाल करने का कोई उल्लेख न होना भाजपा की पोल खोल रहा है। भाजपा की नीतियों ने देश को कूटनीतिक तौर पर कमजोर किया है। पैंगोंग त्सो के किनारे पर भारतीय सेना और पीएलए सेना आमने-सामने है, लेकिन कोई सीमा पर हमारी सीमा में घुसा है, सरकार यह मानने को तैयार ही नहीं है।(वार्ता)