भूकंप का मतलब राहुल गांधी की 'जादू की झप्पी' या सरेंडर करना?

Webdunia
शुक्रवार, 20 जुलाई 2018 (15:21 IST)
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कड़ी आलोचना करने के बाद अप्रत्याशित रूप से उनकी सीट पर जाकर 'जादू की झप्पी' दी, जिस पर सदन भौंचक्क रह गया और फिर ठहाकों से गूंज उठा। उनकी इस हरकत को सभी लोगों ने अलग अलग तरीके से लिया।
 
 
ट्विटर पर बहुत से लोग कह रहे हैं कि राहुल गांधी ने आखिरकार पीएम मोदी को गले लगाकर सरेंडर कर दिया। ट्विटर राहुल गांधी के इस व्यवहार को लोग अलग अलग तरीके से ले रहे हैं।
 
 
सदन में सरकार को खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए श्री गांधी ने प्रधानमंत्री पर तीखे हमले करते हुए कई आरोप लगाए। अपनी बात खत्म करके वह प्रधानमंत्री की सीट के पास गए और उनसे गले लगने के लिए उठने का संकेत किया। श्री मोदी ने बैठे-बैठे ही उनसे हाथ मिलाने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया, लेकिन श्री गांधी ने हाथ मिलाने के बजाय गले लगने का इशारा किया।
 
 
प्रधानमंत्री जब तक कुछ समझ पाते, कांग्रेस अध्यक्ष ने खुद ही झुककर उन्हें गले लगा लिया और वहां से जाने लगे तो श्री मोदी ने आगे निकल चुके श्री गांधी को आवाज लगाकर अपने पास बुलाया और उनसे गर्मजोशी से हाथ मिलाया। प्रधानमंत्री का बायां हाथ श्री गांधी की पीठ थपथपा रहा था।
 
 
इस अप्रत्याशित घटना पर सदन में हंसी के फव्वारे छूट गये। इसके तुरंत बाद अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने श्री गांधी से कहा, "राहुल जी, सदन के कुछ अपने कायदे-कानून होते हैं।"
 
 
श्री गांधी ने अपनी सीट पर जाकर कहा, "यह कांग्रेस और कांग्रेसियों का अपना अंदाज है। आप हमारे ऊपर कितना भी कीचड़ उछालो, हम आपको गले लगाएंगे।" 
 
 
स्मृति ईरानी ने कहा : राहुल गांधी के द्वारा पीएम मोदी को गले लगाए जाने पर स्मृति ईरानी ने कहा, देश ने 2014 में श्री नरेंद्र मोदी को गले लगाया लेकिन राहुल अब अगले लगा रहे हैं। पीएम ने आशीर्वाद देकर अपना बड़ा दिल बढ़प्पन दिखाया। स्मृति ईरानी ने व्यंग्य करते हुए कहा कि जहां राहुल गांधी ने कहा था कि पीएम मोदी उन्हें 15 मिनट का समय दें तो भूकंप आ जाएगा। आज उन्हें बोलने का समय दिया गया और भूकंप इतना जबरदस्त था कि राहुल गांधी सीधा पीएम की शरण में चले गए।
 
 
राहुल गांधी के भाषण के ऊपर कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने एबीपी न्यूज से कहा कि हमने आज राहुल गांधी के भाषण के रूप में सदन में झूठ देखा और देश आज राहुल गांधी के झूठ का गवाह बना है। जब पीएम मोदी को राहुल गांधी ने गले लगाया तो इसका जवाब पीएम ने उन्हें गले लगाकर बड़ों की तरह आशीर्वाद देकर दिया जो पीएम मोदी का बड़प्पन दिखाता है। राहुल गांधी बेबुनियाद आरोपों की राजनीति कर रहे हैं और भाषण में बेवजह की बातें की हैं।
 
 
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि आज राहुल गांधी को हिन्दुत्व, हिन्दू, हिन्दुस्तान, शिव, आरएसएस का मतलब समझ में आया, पहले नहीं आया था क्या। संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी को अगर ये ही नहीं पता था कि हिंदुस्तानी होने का मतलब क्या होता है तो इससे ज्यादा क्या कहा जा सकता है कि पीएम मोदी ने उन्हें ये सबसे बड़ी बात समझाई है। पूरे भाषण में ये साफ नहीं हुआ कि वो कहना क्या चाहते हैं। उनकी न तो भाषा पर पकड़ थी न ही विषय पर। राहुल गांधी का पूरा भाषण मनोरंजक भाषण के अलावा और कुछ नहीं कहा जा सकता है। राहुल गांधी का भाषण अच्छा नहीं हुआ तो पीएम के गले लग गए और अपनी कमियों को छुपाने का प्रयास किया।
 
हरसिमरत कौर भड़की : राहुल जैसे ही मोदी से गले मिलकर आगे बढ़े तो अकाली दल की सांसद और केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर भड़क गईं। उन्होंने राहुल को निशाने पर लेते हुए कहा कि यह संसद है, मुन्ना भाई का पप्पी झप्पी एरिया नहीं है। भूकंप तो कामेडी का आया है।
 

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