राजनाथ सिंह ने बताया कि सुरक्षा बलों के कई जवान शहीद हुए। भीड़ को रोकने के लिए पैलेट गन का प्रयोग किया गया। लोग घायल हुए, लेकिन मृत्यु एक की हुई। कुल 53 घायल हैं, जिनमें 23 की एक आंख में चोट लगी।
इससे पहले भी पैलेट गन का प्रयोग 2010 में भी हुआ था। मृत्यु 6 की हुई थी। 198 लोगों की आंख में चोट लगी थी। कई लोग पूरी तरह से दृष्टिबाधित हो गए थे। हालांकि यह हथियार गैर जानलेवा गन की श्रेणी में आता है, अत: अब एक एक्सपर्ट की कमेटी बनेगी और वह देखेगी कि दूसरा विकल्प क्या हो सकता है? दो महीने में इसकी रिपोर्ट आएगी।