केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नक्सलवाद के नाम पर कुछ लोग गरीबों के बच्चों को गुमराह कर रहे हैं और मासूम बच्चों के हाथों में हथियार देकर विकास की गति बाधित कर रहे हैं, जबकि नक्सली गरीबों के पैसे से ऐशोआराम की जिन्दगी जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार गरीबों के बच्चों के हाथों में कलम और कम्प्यूटर देकर उन्हें विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए कृत संकल्पित है और इस दिशा में तेजी से कार्य भी कर रही है।
सिंह ने कहा कि सरकार को हिंसक गतिविधियों के जरिए विकास की गति रोकने वाले तत्वों की पूरी जानकारी है। समाज में दहशत पैदा करने का सिलसिला अब नहीं चलने दिया जाएगा। उन्होंने चेतावनीभरे लहजे में कहा कि नक्सली यदि मुख्यधारा में नहीं लौटे तो झारखंड सहित देश की धरती से नक्सलवाद को जड़ से समाप्त कर दिया जाएगा। (वार्ता)