रक्षा मंत्री ने गुजरात के भुज वायुसेना स्टेशन में जवानों से कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का नाम हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखा था। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आपने जो किया, उस पर सभी भारतीयों को गर्व है। पाकिस्तानी धरती पर आतंक के अजगर को कुचलने के लिए भारतीय वायुसेना के लिए 23 मिनट काफी थे। आपने दुश्मन की धरती पर मिसाइलें गिराईं, उन मिसाइलों की गूंज सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं थी, पूरी दुनिया ने सुनी। वह गूंज आपके शौर्य और पराक्रम की थी।
उन्होंने कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि पाकिस्तान में आतंकवाद और वहां की सरकार का चोली-दामन का संबंध है। इस परिस्थिति में यदि वहां परमाणु अस्त्र और अटॉमिक वेपन रहते हैं तो इस बात की संभावना को नकारा नहीं जा सकता है कि कभी वह आतंकवादी तत्वों के हाथों में चले जाएं। यह केवल भारत के लिए नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए और पाकिस्तान की आम जनता के लिए भी एक गंभीर खतरे की बात होगी।
उन्होंने कहा कि सारे विश्व और खासकर पाकिस्तान की आवाम को यह समझना होगा कि वह कितने बड़ खतरे के मुहाने पर बैठे हैं। इस हालात के लिए पाकिस्तान की फौज को यह संदेश देना चाहूंगा, 'कागज का है लिबाज, चिरागों का शहर है, चलना संभल-संभल कर क्योंकि तुम नशे में हो'।