आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट किया कि (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी सरकार का घटिया चेहरा देश के सामने आ चुका है। क्या मोदीजी दलितों/ पिछड़ों/ आदिवासियों को सेना में भर्ती के काबिल नहीं मानते? भारत के इतिहास में पहली बार सेना भर्ती में जाति पूछी जा रही है। मोदीजी, आपको अग्निवीर तैयार करना है या जातिवीर?
राजनाथ सिंह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए संसद परिसर में पत्रकारों से कहा कि मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह एक अफवाह है। आजादी से पहले जो (भर्ती) व्यवस्था थी, वह अब भी जारी है और उसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।(भाषा)