इन्फेंट्री दिवस कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर को तथाकथित विशेष दर्जा देकर बुनियादी चीजों के अधिकार भी छीन लिए गए थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 के खात्मे के साथ ही जम्मू कश्मीर के लोगों के खिलाफ भेदभाव खत्म हो गया।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर ने कश्मीरियत के नाम पर आतंकवाद का जो तांडव देखा है उसे परिभाषित नहीं किया जा सकता। हालांकि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है, आतंकवादियों का एकमात्र उद्देश्य भारत को निशाना बनाना है। रक्षामंत्री ने कहा कि कश्मीर के संदर्भ में पिछले कुछ वर्षों में तथाकथित बुद्धिजीवियों ने आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई पर मानवाधिकार उल्लंघनों का रोना रोया है।
हमें अपनी सेनाओं पर पूरा यकीन : राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी यात्रा तब पूरी होगी जब 1947 के शरणार्थियों को न्याय मिलेगा और उनके पूर्वजों की भूमि सम्मान के साथ उन्हें वापस कर दी जाएगी। मुझे यहां के लोगों और हमारी सेनाओं की ताकत पर पूरा यकीन है। वह दिन दूर नहीं जब इन सभी जनादेशों को सफलतापूर्वक पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 'शौर्य दिवस' हमें यह संकल्प लेने के लिए प्रेरित करता है कि भविष्य में चाहे कैसी भी स्थिति हो, कितनी भी विभाजनकारी ताकतें हमारे सामने क्यों न आएं, हमारी सेना 'उन्हें' उनकी ही भाषा में जवाब देने में सक्षम हैं।