नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी मंत्रिमंडल के 19 नए चेहरों को शपथ दिलाते समय मंगलवार को उस समय विचित्र स्थिति उत्पन्न हो गई, जब आरपीआई के मुखिया रामदास आठवले मंत्री पद की शपथ लेने आए। आठवले तय फॉर्मेट के तहत शपथ लेते समय अपना नाम लेना ही भूल हो गए।
दरअसल, शपथ लेते समय मैं बोलने के बाद शपथ लेने वाले व्यक्ति को अपने नाम बोलना होता है, जबकि आठवले ऐसा करना भूल गए। इसके चलते राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आठवले को रोकना पड़ा। इसके बाद आठवले ने पुन: अपने नाम का उच्चारण किया और शपथ ली।