बता दें यहां कि कई इलाकों में बाढ़ का पानी तो उतर गया, लेकिन बाढ़ के बाद इलाके में यह नई समस्या पैदा हो गई है। विशेष प्रजाति के जहरीले सांपों का आतंक खासकर रिविलगंज प्रखंड के महम्मदपुर गांव में सबसे अधिक सांप देखे जा रहे हैं, जिससे ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल बना हुआ है।
क्यों निकल रहे रसल वाइपर : बाढ़ के बाद गांव के लोग खासकर रात के समय में चैन से सो नहीं पा रहे हैं। सबसे खतरनाक बात यह है कि रसल वाइपर नामक जहरीले सांप बड़ी संख्या में निकल रहे हैं। ग्रामीणों ने हाल ही में 11 फीट लंबे रसल वाइपर को पकड़ा था, जिसे वन विभाग के हवाले कर दिया गया. पिछले 5 से 6 दिनों के दौरान, ग्रामीणों ने 7 से 9 रसल वाइपर सांपों को मारा है। बता दें कि रसल वाइपर सांप बेहद जहरीला माना जाता है, और एक्सपर्ट्स के अनुसार, इसके काटने से व्यक्ति 7 से 10 मिनट के भीतर अपनी जान गंवा सकता है।
पहले इस प्रजाति के सांप सारण जिले में नहीं पाए जाते थे, लेकिन बाढ़ के बाद इन सांपों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। वन विभाग अब तक 40 से अधिक सांपों को रेस्क्यू कर चुका है। अब सुरक्षा की दृष्टि से ग्रामीण चंदा इकट्ठा कर जगह-जगह लाइट लगा रहे हैं ताकि रात में सांप आसानी से दिख सकें। ग्रामीण विवेक कुमार ने बताया कि गांव के युवा रात में बत्तियां जलाकर गश्त कर रहे हैं ताकि सांपों से बचाव किया जा सके। एक सप्ताह के भीतर ग्रामीणों ने 7 से 9 रसल वाइपर सांपों को मार गिराया है।
Edited By : Navin Rangiyal