केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि आज शाहीन बाग एक विचार है। वहां पर टुकड़े-टुकड़े गैंग सक्रिय है। उन्होंने कहा कि हमने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर आपत्ति की वजह पूछी थी, लेकिन वे आपत्ति की कोई वजह नहीं बता पाए। वे आपत्ति से जुड़ी एक भी धारा नहीं बता पाए।
क्या कहा था थरूर ने : थरूर ने रविवार को जयपुर साहित्य महोत्सव (जेएलएफ) से इतर कहा कि मैं यह नहीं कहूंगा कि जिन्ना जीत चुके हैं, बल्कि यह कहूंगा कि जिन्ना जीत रहे हैं। अब भी देश के पास जिन्ना और गांधी के देश के विचार में से किसी एक को चुनने का विकल्प है।
देशभर में व्यापक विरोध प्रदर्शनों के बीच सीएए दिसंबर में लागू हो गया। सीएए में किसी भी धर्म को राष्ट्रीयता का आधार बनाने का जिन्ना का तर्क अपनाया गया है, वहीं गांधी का विचार यह था कि सभी धर्म बराबर हैं।