रेपो दर को 4 प्रतिशत, रिवर्स रेपो दर 3.5 प्रतिशत पर स्थिर
जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान 9.5 प्रतिशत पर बरकरार
कोविड-19 संकट से पूरी तरह से नहीं उबरी अर्थव्यवस्था
मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को मौद्रिक नीति के तहत नीतिगत दर रेपो में कोई बदलाव नहीं किया और इसे 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा। आरबीआई ने नरम रुख को बरकरार रखा है, क्योंकि अर्थव्यवस्था अभी पूरी तरह से कोविड-19 संकट से उबर नहीं पाई है।
यह लगातार सातवां मौका है जब आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने रेपो दर के मामले में यथास्थिति बनाए रखी है। आरबीआई ने मांग बढ़ाने के इरादे से 22 मई, 2020 को नीतिगत दर में बदलाव किया था और इसे रिकार्ड न्यूनतम स्तर पर लाया था।
दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा की डिजिटल तरीके से जानकारी देते हुए कहा कि एमपीसी ने आम सहमति से रेपो दर को 4 प्रतिशत पर बरकरार रखने का निर्णय किया है। इसके साथ रिवर्स रेपो 3.5 प्रतिशत पर बना रहेगा।
दास ने कहा कि एमपीसी ने आर्थिक वृद्धि को गति देने तथा मुद्रास्फीति को लक्ष्य के अंतर्गत रखने के लिये जबतक जरूरत हो, नरम रुख बरकरार रखने का फैसला किया है। इसके अलावा रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान 9.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है।