Reserve Bank on inflation : देश में एक बार फिर सब्जियों के दाम बढ़ने लगे हैं। सब्जियों के साथ ही चावल, गेहूं का आटा, दाल जैसे खाने का समान भी महंगा है। इस वजह से देश में थोक महंगाई दर में इजाफा हुआ और RBI को इसका असर महंगाई दर पर पड़ने की चिंता सताने लगी।
उल्लेखनीय है कि RBI के प्रयासों से देश की थोक महंगाई दर अप्रैल से अक्टूबर तक स्थिर रही। हालांकि नवंबर में यह बढ़कर 0.26 प्रतिशत हो गई। खाद्य पदार्थों, खासकर प्याज तथा सब्जियों की कीमतों में तेज उछाल से इसमें बढ़ोतरी हुई।
चावल, गेहूं का आटा, दाल जैसे खाने का समान महंगा होने से कृषि श्रमिकों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति (retail inflation) नवंबर में बढ़कर 7.37 प्रतिशत हो गई, वहीं ग्रामीण श्रमिकों (agricultural workers) के लिए यह 7.13 प्रतिशत रही। अक्टूबर में कृषि श्रमिकों की खुदरा मुद्रास्फीति 7.08 प्रतिशत और ग्रामीण श्रमिकों की खुदरा मुद्रास्फीति 6.92 प्रतिशत थी।