Reliance ने रखा हेल्थकेयर में कदम, 620 करोड़ में खरीदा Netmeds
बुधवार, 19 अगस्त 2020 (11:01 IST)
मुंबई। रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) ने चेन्नई की विटालिक हेल्थ प्रायवेट लिमिटेड और उसकी सहायक इकाइयों में बहुमत हिस्सेदारी 620 करोड़ रुपए में खरीदी है। विटालिक और उसकी सहायक इकाइयां को सामूहिक तौर पर नेटमेड्स (Netmeds) के रूप में जाना जाता है। यह सौदा नकद लेनदेन में हुआ है।
आरआरवीएल एशिया के सबसे बड़े अमीर मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की अनुषंगी इकाई है।आरआईएल के अनुसार सौदे में उसने विटालिक में 60 प्रतिशत अंशधारिता खरीदी है। रिलायंस ने विटालिक की अनुषंगी ट्रेसरा हेल्थ, नेटमेड्स मार्केट प्लेस और डाढा फार्मा वितरण का शत-प्रतिशत स्वामित्व खरीदा है।
विटालिक सौदे पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए रिलायंस की खुदरा कारोबार निदेशक ईशा अंबानी ने कहा, यह सौदा हमारी उस प्रतिबद्धता का प्रमाण है जिसमें हमने देश में प्रत्येक व्यक्ति तक डिजिटल पहुंच की बात कही है। नेटमेड्स के साथ आने से रिलायंस रिटेल अच्छी गुणवत्ता और किफायती हेल्थकेयर उत्पाद एवं सेवाएं उपलब्ध करा पाने में और मजबूत होगी।
नेटमेड्स ने जिस तरह बहुत कम समय में देशभर में डिजिअल फ्रेंचाइजी का विस्तार किया उसने हमें प्रभावित किया हैं। इस साझेदारी के जरिए हम रोजमर्रा की जरूरतों की वस्तुओं के ग्राहकों का दायरा और व्यापक तथा विशाल बनाने में सक्षम होंगे।
नेटमेड्स के संस्थापक और सीईओ प्रदीप डाढा ने सौदे पर कहा, इस संयुक्त मजबूती से हम ईकासिस्टम में प्रत्येक के लिए और मूल्यवान सेवाओं को देने में सक्षम होंगे। विटालिक की स्थापना 2015 में हुई थी और उसकी सहायक कंपनियां फार्मा डिस्ट्रीब्यूशन, बिक्री और कारोबार सहयोग सेवा में हैं।
इसकी अनुषंगी के माध्यम से ऑनलाइन फार्मेसी कारोबार नेटमेड्स के नाम से संचालित किया जाता है, जो उपभोक्ताओं को फार्मासिस्ट से जोड़ती है और सीधे उनके द्वार तक दवाएं, न्यूट्रीशनल और वेलनेस उत्पाद पहुंचाती है।
रिलायंस रिटेल ने इस वर्ष मई में नेटमेड्स के साथ किराना सामान पहुंचाने के लिए समझौता किया था। नेटमेड्स एक ई-फार्मा पोर्टल है जिसके द्वारा प्रिस्क्रिप्शन आधारित और ओवर-द-काउंटर दवाएं और अन्य हेल्थ उत्पादों की बिक्री की जाती है। इसकी सेवाएं देश के करीब 20 हजार स्थानों में उपलब्ध हैं। इसकी प्रर्वतक चेन्नई की डाढा फार्मा है।
इस सौदे से देश के ऑनलाइन फार्मेसी कारोबार में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा शुरू होने की प्रबल संभावना है। ऐमजॉन पहले ही उतर चुका है, जबकि फ्लिपकार्ट भी इस क्षेत्र में उतरने की तैयारी में है।(वार्ता)