Reliance Industries net profit increased by 9 percent : रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) का शुद्ध लाभ (Net Profit) चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 9.3 बढ़कर 17265 करोड़ रुपए रहा। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी को 15792 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। परिचालन आय 2.2 लाख करोड़ रुपए पर लगभग स्थिर रही। रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के तीसरी तिमाही के नतीज़ों के मुख्य बिंदु :
उपभोक्ता व्यवसायों के दम पर तीसरी तिमाही में रिलायंस ने ₹248,160 करोड़ ($29.8 बिलियन) का कन्सोलिडेटेड राजस्व दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 3.2% अधिक है।
की तीसरी तिमाही में सभी व्यवसायों में वृद्धि दर्ज की गई, रिलायंस का तिमाही EBITDA ₹44,678 करोड़ ($5.4 बिलियन) रहा, जो कि सालाना आधार पर 16.7% अधिक है
हायर फाइनेंस, मूल्यह्रास और कर-लागत के बावजूद, रिलायंस का कर पश्चात कन्सोलिडेटेड लाभ 10.9% YoY बढ़कर ₹19,641 करोड़ ($2.4 बिलियन) जा पहुंचा।
तिमाही में पूंजीगत व्यय ₹30,102 करोड़ ($3.6 बिलियन) रहा, इसमें 5G रोल-आउट, रिटेल के बुनियादी ढांचे का विस्तार और न्यू एनर्जी बिजनेस में निवेश शामिल है।
तिमाही में जियो प्लेटफ़ॉर्म्स का सकल राजस्व, वर्ष दर वर्ष 11.4% बढ़कर ₹32,510 करोड़ के रिकॉर्ड स्तर पर जा पहुंचा।
तिमाही में जियो प्लेटफ़ॉर्म्स का EBITDA वर्ष दर वर्ष 11.5% बढ़कर ₹13,955 करोड़ रहा।
तिमाही में जियो प्लेटफ़ॉर्म्स का शुद्ध लाभ पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 11.6% बढ़कर ₹5,445 करोड़ जा पहुंचा
जियो नेटवर्क पर कुल डेटा खपत 31.5% बढ़कर 38.1 बिलियन GB और वॉयस ट्रैफिक 7.9% Y-o-Y बढ़कर 1.37 ट्रिलियन मिनट हो गया।
वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में जियो ने अपने ग्राहक आधार में 1 करोड़ 12 लाख का नेट एडीशन किया। जिससे जियो का ग्राहक आधार बढ़कर 47 करोड़ से अधिक हो गया।
जियो का ARPU सालाना आधार पर 2.0% बढ़कर ₹181.7 हो गया।
जियो ने तय समय से पहले ही जियो ट्रू 5G भारत में पहुँचा दिया है। जियो के 5G नेटवर्क में अब तक लगभग 9 करोड़ ग्राहक जुड़ चुके हैं। जियो के कुल मोबिलिटी डेटा ट्रैफ़िक का एक-चौथाई अब जियो ट्रू 5G नेटवर्क पर आ गया है। जियो का पूरा 5G डेटा अब जियो के अपने 5G+4G कॉम्बो कोर पर आ गया है।
रिलायंस रिटेल ने तिमाही का अब तक का सबसे ज़्यादा राजस्व अर्जित किया है जो ₹83,063 करोड़ है। ये Y-o-Yइ 22.8% अधिक है जिसका श्रेय फ़ैशन, लाइफ़स्टाइल और कन्ज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स व्यवसायों को जाता है।
रिलायंस रिटेल का तिमाही का EBITDA ₹6,258 करोड़ रहा जो एक नया रिकॉर्ड है। ये Y-o-Y 31.1% अधिक है। EBITDA मार्जिन 8.4% रही जो Y-o-Y 50 bps ज़्यादा है। ऑपरेटिंग लीवरेज और खर्चों को कम करने की कोशिश के चलते रिलायंस रिटेल ने ये बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
रिलायंस रिटेल का शुद्ध लाभ ₹3,165 करोड़ रहा जो Y-o-Y 31.9% ज़्यादा है।
रिलायंस ने इस तिमाही में 252 नए स्टोर खोले। रिलायंस के अब कुल 18,774 स्टोर हो गए हैं जिनका कुल क्षेत्रफल 7.29 करोड़ वर्गफ़ुट हो गया है।
रिलायंस रिटेल का कुल फ़ुटफ़ॉल 28.2 करोड़ रहा जो Y-o-Y 40.3% अधिक है, डिजिटल कॉमर्स और न्यू कॉमर्स व्यवसायों में अच्छी वृद्धि रही, जिन्होंने राजस्व में 19% का योगदान दिया।
रिलायंस के O2C यानि ऑइल टू केमिकल्स सेगमेंट के तिमाही के राजस्व में Y-o-Y 2.4% की गिरावट आई और तिमाही का राजस्व ₹141,096 करोड़ पर पहुँच गया। इसका प्रमुख कारण ब्रेंट क्रूड के दाम में Y-o-Y आई 5.3% की गिरावट रही।
तिमाही का O2C का EBITDA Y-o-Y लगभग 1.0% बढ़कर ₹14,064 करोड़ ($1.7 billion) पहुँच गया।
CDU, FCCU, डीलेड कोकिंग और ROGC कॉम्प्लेक्स के पूर्व नियोजित मेंटेनेंस और शटडाउन निरीक्षण कार्य की वजह से उत्पादन और मुनाफ़े पर असर देखा गया। अगर सारी यूनिट पूरी तिमाही में काम कर पातीं तो O2C सेगमेंट का EBITDA साल दर साल देखने पर ज़्यादा होता और पिछली तिमाही के मुकाबले का होता।
रिलायंस ऑइल और गैस सेगमेंट का तिमाही का राजस्व 50.2% बढ़कर ₹6,719 करोड़ हो गया है। ऐसा KG D6 में ज़्यादा उत्पादन और कम क़ीमत के दम पर संभव हो सका।
ऑइल एंड गैस ने ₹5,804 करोड़ का EBITDA रिकॉर्ड दर्ज किया जो Y-o-Y 49.6% ज़्यादा है।
ब्लॉक KG D6 से अब 30 MMSCMD गैस और तेल के 21,000 बैरल/ कंडेन्सेट का उत्पादन हो रहा है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का कन्सॉलिडेटेड शुद्ध कर्ज़ ₹1,19,372 करोड़ रहा जो सालाना EBITDA का 67% है।