उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, थलसेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, वायुसेना अध्यक्ष एअर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमवीर सिंह भी इस अवसर पर मौजूद थे।
थलसेना, वायुसेना, नौसेना, राज्य पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के बैंडों ने 2 दर्जन से अधिक धुनें बजाईं। इनमें 'विजय भारत' सहित 25 धुनें भारतीय संगीतकारों ने तैयार की थीं। 'सारे जहां से अच्छा' की प्रस्तुति ने भी सबका मन मोह लिया।
जैसे ही रिट्रीट का बिगुल बजा, रायसीना हिल परिसर भव्य रंगों के प्रकाश से जगमगा उठा। इसके लिए पारंपरिक बल्बों की जगह एलईडी का इस्तेमाल किया गया। बीटिंग रिट्रीट हर वर्ष 29 जनवरी को आयोजित होता है। यह परंपरा सदियों पुरानी है, जब सूर्यास्त के समय सैनिक युद्ध रोक देते थे और अपने शिविरों में लौट जाते थे।