देश आज अपना 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर परेड में भारत के शौर्य और संस्कृति की झलक दिखी। भारत की तीनों सेना और सुरक्षाबलों की टुकड़ियों और आधुनिक हथियारों के प्रदर्शन देश का गौरव बढ़ाया। इस दौरान नारी शक्ति भी झलक दिखी। राज्यों की झांकियों में भारत की गौरवपूर्ण विविधता नजर आई।
12:41 PM, 26th Jan
मुख्य परेड में दिखे कई बदलाव
देश के 73वें गणतंत्र दिवस के मौके पर बुधवार को यहां राजपथ पर मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां सुरक्षा, अनुशासन, विभिन्न संस्कृतियों की झलक तथा अदम्य सैन्य शौर्य का अनूठा नजारा देखने को मिला। इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर आयोजित होने वाले मुख्य परेड के दौरान कई बदलाव देखने को मिले।
पहली बार गणतंत्र दिवस के मौके पर आयोजित होने वाला मुख्य कार्यक्रम आधे घंटे बाद सुबह 10.30 बजे शुरू हुआ। अभी तक यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे शुरू होता था। इसके साथ ही वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से लगातार दूसरे साल विशिष्ट अतिथि के तौर पर कोई विदेशी मेहमान इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ। राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) द्वारा 'शहीदों को शत शत नमन' कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। भारतीय वायु सेना के 75 विमानों/हेलिकॉप्टरों द्वारा भव्य फ्लाईपास्ट, राष्ट्रव्यापी वंदे भारतम नृत्य प्रतियोगिता के माध्यम से चुने गए 480 नर्तकियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति, 'कला कुंभ' कार्यक्रम के दौरान तैयार किए गए 10 स्क्रॉल (प्रत्येक की लंबाई 75 मीटर) का प्रदर्शन और दर्शकों की बेहतर सुविधा के लिए 10 बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाने जैसे बदलाव देखने को मिले।
कोरोना प्रोटोकॉल के मद्देनजर इस बार परेड में सिर्फ छह हजार लोगों को आने की अनुमति थी। पिछले साल यह संख्या 25 हजार थी। इस साल राजपथ पर परेड देखने के लिए केवल उन्हीं लोगों को इजाजत दी गई थी, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी थी।
कार्यक्रम में 15 साल से कम उम्र के बच्चों को अनुमति नहीं दी गई थी। सामाजिक दूरी के सभी नियमों का पालन किया गया और सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य था। इस बार राजपथ पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में समाज के उन तबकों को अवसर देने के लिए विशेष इंतजाम किए गए, जिन्हें आमतौर पर मौका नहीं मिलता। मसलन ऑटो-रिक्शा चालकों के कुछ वर्गों, निर्माण श्रमिकों, सफाई कर्मचारियों और फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को गणतंत्र दिवस परेड में विशेष दर्शक के तौर पर आमंत्रित किया गया था।
12:25 PM, 26th Jan
रिपब्लिक डे पर पूरे उत्साह, साहस और जोश के साथ राजपथ पर परेड का समापन हो गया है
12:10 PM, 26th Jan
परेड में फ्लाई पास्ट करते एयरफोर्स के 75 विमान. राफेल, सुखोई, जगुआर, एमआई-17, सारंग, अपाचे और डकोटा जैसे पुराने और वर्तमान आधुनिक विमान/हेलीकॉप्टर राहत, मेघना, एकलव्य, त्रिशूल, तिरंगा, विजय और अमृत समेत विभिन्न संरचनाओं को प्रदर्शित कर रहे हैं।
फ्लाई राइडिंग का शानदार नजारा, राजपथ पर जवानों के हैरतअंगेज करतब।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की सीमा भवानी के नेतृत्व में मोटरसाइकिल टीम ने गणतंत्र दिवस परेड में हैरतअंगेज करतब दिखाए।
राजपथ पर 12 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां, जिनकी थीम ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ पर आधारित
उत्तरप्रदेश की झांकी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की झलक दिखी। इसके अलावा राज्य की झांकी को इस बार 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' थीम पर बनाया गया।
पंजाब की झांकी में स्वतंत्रता संग्राम में पंजाब के योगदान को दर्शाया गया है। इस झांकी में भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को दर्शाया गया है। इसमें लाला लाजपत राय और उधम सिंह के नेतृत्व में साइमन कमीशन के खिलाफ माइकल ओ डायर को गोली मारने के विरोध को भी दर्शाया गया है।
परेड में गोवा की झांकी 'गोअन विरासत के प्रतीक' पर आधारित है। यह झांकी फोर्ट अगुआड़ा, डोना पाउला और पणजी में स्थित आज़ाद मैदान में शहीदों के स्मारक को प्रदर्शित करती है।
परेड में गोवा की झांकी 'गोअन विरासत के प्रतीक' पर आधारित है। यह झांकी फोर्ट अगुआड़ा, डोना पाउला और पणजी में स्थित आज़ाद मैदान में शहीदों के स्मारक को प्रदर्शित करती है।
गुजरात की झांकी 'गुजरात के आदिवासी आंदोलन' की थीम को प्रदर्शित करती है. झांकी का अगला भाग आदिवासियों के पूर्वजों की स्वतंत्रता संग्राम की आत्माओं का प्रतिनिधित्व करता है।
गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की झांकी में हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा, डोबरा-चंटी ब्रिज और बद्रीनाथ मंदिर को दर्शाया गया है।
परेड में मेघालय की झांकी दिखाई गई। झांकी में एक महिला को बांस की टोकरी और कई बांस के उत्पादों को बुनते हुए दिखाया गया है।
राजपथ पर परेड में भारतीय नौसेना की झांकी ने हिस्सा लिया. भारतीय वायु सेना की झांकी ने 'भविष्य के लिए भारतीय वायु सेना के परिवर्तन' विषय को प्रदर्शित किया, जिसमें मिग-21, Gnat, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH), अश्लेषा रडार और राफेल विमान के स्केल-डाउन मॉडल प्रदर्शित किए गए हैं।
11:41 AM, 26th Jan
देश के 73वें गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान राजपथ पर 10 विशाल स्क्राल कैनवास पर स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों की बहादुरी को चित्रकारी के जरिए प्रदर्शित किया गया है। हर स्क्रॉल की लंबाई 75 मीटर और ऊंचाई 15 फुट है। इसे रक्षा और संस्कृति मंत्रालयों द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कला कुंभ के दौरान तैयार किया गया था। इन्हें देशभर के 600 से अधिक कलाकारों ने चंडीगढ़ और भुवनेश्वर में दो चरणों में तैयार किया। इनके जरिए स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों की वीरता को दर्शाया गया है। ये स्क्रॉल स्वदेशी और समकालीन दृश्य कला की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करते हैं।
11:16 AM, 26th Jan
राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में भारतीय नौसेना की झांकी ने हिस्सा लिया। भारतीय वायु सेना की झांकी ने 'भविष्य के लिए भारतीय वायु सेना के परिवर्तन' विषय को प्रदर्शित किया, जिसमें मिग-21, Gnat, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH), अश्लेषा रडार और राफेल विमान के स्केल-डाउन मॉडल प्रदर्शित किए गए हैं। गणतंत्र दिवस परेड की पहली टुकड़ी 61 कैवेलरी है। यह दुनिया में एकमात्र सेवारत सक्रिय हॉर्स कैवेलरी रेजिमेंट है। आज गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर पूरी दुनिया भारत का दम देख रही है. राजपथ पर इस वक्त राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद परेड की सलामी ले रहे हैं. गणतंत्र दिवस परेड में सेंचुरियन टैंक, PT-76, MBT अर्जुन MK-I और APC पुखराज की टुकड़ी ने भी भाग लिया। राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में सिख लाइट इन्फैंट्री दस्ते भाग लिया. सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे इस रेजिमेंट के वर्तमान कर्नल हैं। गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली पुलिस का दस्ता भी नजर आया। इस दस्ते ने 'दिल्ली पुलिस' की धुन पर मार्च पास्ट किया. इस दल की अगुवाई एसीपी विवेक भगत ने की।
10:55 AM, 26th Jan
गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राजपथ पर परेड की सलामी ले रहे हैं। राजपथ पर इस साल कुल 25 टैब्लो यानी झांकियां दिखाई दे रही हैं, जिसमें 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश, 09 केंद्रीय मंत्रालय और विभाग, दो डीआरडीओ, एक वायुसेना और एक ही नौसेना की शामिल हैं।
10:42 AM, 26th Jan
जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसआई बाबू राम को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया। श्रीनगर में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में बाबू राम शहीद हो गए थे। सर्वोच्च बलिदान से पहले उन्होंने न सिर्फ अपने साथियों को बचाया, बल्कि तीन आतंकियों को भी ढेर कर दिया।
राजपथ पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की अगवानी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
10:12 AM, 26th Jan
पीएम मोदी ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे और वहां शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान दो मिनट का मौन भी रखा गया।